व्यापार करने के लिए आपको एक विचार, विजन और जुनून की जरूरत है। व्यापार एक गतिमान प्रक्रिया है जो की समय के साथ बदलती रहती है। आज इस प्रक्रिया को सफल बनाने हेतु तकनीक का सही इस्तेमाल करना आना चाहिए । किसी अनुभवी और वरिष्ठ व्यापारी से दोस्ती अवश्य रखे ।
आने वाले समय को परखना, समझना और अपने व्यापार को समय के अनुसार समय से पहले बदलना ही सगोत्र की कुंजी है। सफल व्यापारी को सरकार से डील करना और सरकारी नीतियों को भाँपना जरूरी है । व्यय एवं विनियोग में अंतर, बचत और विनियोग में अंतर स्पष्ट होना चाहिए । व्यापारी को कार्मिक के व्यवहार की समझ होनी जरूरी है और उनको सम्भालना आना चाहिए ।
एक व्यापारी को एक कुशल व्यापारिक और आर्थिक सलाहकार की निरंतर आवश्यकता रहती है । यदि आप अमेरिका, युरोप और जापान के शासकों तथा अन्य देशों के शासकों में अंतर देखो तो बहुत ही आश्चर्यजनक वास्तविकता को पाएँगे । प्रथम प्रकार के देशों में शासक एक व्यापारी की तरह कार्य करते हैं और अपने देश के लोगों को व्यापार में सफल बनाने हेतु सुगम रास्ता एवं निश्चित्ता प्रदान करते हैं और देश के नागरिकों की आमदनी बढ़ाते हैं । जबकि दूसरे प्रकार के देशों के शासक जनता की आमदनी में बाधा उत्पन करते तथा अधिकतम टैक्स और चंदा लेते हैं। इन देशों में सरकारी अधिकारी एक ज़मींदारी व्यवस्था के रूप में व्यवाहर करते हैं। जबकि विकसित देशों में सरकारी कर्मचारी एक सवा के रूम में कार्य करते हैं ।
व्यापार में धन की व्यवस्था मित्रों, सहयोगियों, निवेशकों एवं वित्तीय संस्थानो और साहूकारों से कर सकते हैं। आपके व्यापार की उधार नीति एवं क्रय प्रणाली भी धन को उपलब्ध कर सकता है। परंतु व्यापार की समझ आपके पास स्वयं होनी चाहिए। हम आगे व्यापार की समझ के बारे में आगे के लेखों में बताएंगे । इस लेख के समापन में मैं यह कहना चाहूँगा की आपका स्मार्ट फोन भी आपको व्यापारी बना सकता हैं ।